पर्याप्त विटामिन डी लें अभी कदम उठाएं
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शीर्षक: पर्याप्त विटामिन डी लें अभी कदम उठाएं
वाचक पर्याप्त विटामिन डी लें अभी कदम उठाएं!
विटामिन डी हमारे शरीर के लिए ज़रूरी होता है। यह हमारी आंत को कैल्शियम का अवशोषण करने में और कैल्शियम और फॉस्फेट के सामान्य स्तर को बनाए रखने में मदद करता है ।
विटामिन डी के पर्याप्त स्तर हमारे हड्डियों को मजबूत रखते हैं है और आम रोग प्रतिरक्षी क्रियाओं को फ़ायदा पहुंचाता है।
अन्य पोषक-तत्त्वों के विपरीत, हमें भोजन से बहुत कम विटामिन डी मिलता है।।
हमारे शरीर का ज्यादातर विटामिन डी तब बनता है जब हमारी त्वचा सीधा धूप के संपर्क में आती है।
ज्यादातर लोगों के लिए, गर्मी के महीनों में 5 से 15 मिनट हाथों, चेहरे और भुजाओं को हफ्ते में दो से तीन बार धूप के संपर्क में रखना शरीर में विटामिन डी का स्तर ऊँचा बनाए रखने के लिए पर्याप्त होता है।
जिन लोगों की त्वचा काले रंग की होती है, उन्हें लंबे समय तक धूप के संपर्क में रहना पड़ता है क्योंकि त्वचा के वर्णक यू.वी..बी किरणों को त्वचा तक पहुँचने से रोकता है।
इसलिए, जो लोग धूप के कम संपर्क में रहते हैं या काले त्वचा वाले होते हैं, उनमें विटामिन डी की कमी की ज्यादा ज्यादा सम्भावना होती है।
विटामिन डी की कमी
व्यस्कों में, ज्यादा समय तक विटामिन डी की कमी से ओस्टियोमैलेशिया (जिसमें हड्डियाँ नर्म हो जाती हैं) और ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियाँ भंगुर हो जाती है) पैदा हो सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप हड्डी टूटने की ज्यादा सम्भावना बन जाती है।
निरंतर रूप से विटामिन डी का कम स्तर होने से, शिशु और बच्चे में हड्डी का सामान्य विकास प्रभावित हो सकता है।
उनकी हड्डियाँ नर्म, विकृत हो सकती हैं और वे टूट सकती हैं।
विटामिन डी और गर्भावस्था
गर्भवस्था के दौरान अप्रयाप्त विटामिन डी बच्चे को विटामिन डी की कमी का खतरा पैदा कर डालताहै।
जिन गर्भवती महिलाओं को बहुत कम धूप मिलती है, जैसेकि ऐसी महिलाएं जो ज्यादातर समय अन्दर रहती हैं, बाहर रहने के दौरान जिनके हाथ और चेहरे कपड़े से ढके होते हैं, या उनकी त्वचा काली होती है, उन्हें विटामिन डी को लेकर मेडिकल सलाह की ज़रूरत होती है, ताकि वे खुद को और अपने बच्चे को विटामिन डी की कमी से बचा सके।
बच्चे और विटामिन डी
जन्म के बाद, बच्चों को सूर्य, ब्रेस्ट मिल्क और खानों से विटामिन डी लेना ज़रूरी होता है ।
ब्रेस्ट मिल्क के काफी लाभ हैं, लेकिन, अन्य खानों की तरह, इसमें अधिक विटामिन डी नहीं होता है।
यदि विशेष रूप से स्तनपान कराए हुए बच्चे ज्यादातर घर के अंदर रहते हैं, बाहर होने के दौरान उनके हाथ और पैर ढके होते हैं या उनकी त्वचा काली हो ।
सावधानी के लिए, उन्हें रोजाना 10 माइक्रोग्राम(400 IU) विटामिन डी सप्लीमेंट लेने की ज़रुरत होती है।
क्या ब्रेस्टमिल्क और शिशु फार्मूला दोनों लेने वाले शिशुओं को विटामिन डी सप्लीमेंट की ज़रुरत होती है?
शिशु फार्मूला में विटामिन डी मिलाया जाता है। फार्मूला आहार लेने वाले शिशु को सामान्यतः सप्लीमेंट की ज़रुरत नहीं पड़ती।
उन बच्चे के लिए जो ब्रेस्टमिल्क और शिशु फार्मूला दोनों ले रहे हों, यदि शिशु फार्मूला रोजाना 500 mls से कम हो और वे धूप के संपर्क में कम रहते हैं, तो भी उन्हें विटामिन डी सप्लीमेंट की आवश्यकता होती है।
बच्चों के विटामिन डी सप्लीमेंट के सम्बन्ध में परामर्श के लिए माता पिता डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात कर सकते हैं।