कॉल्पोस्कोपी द्वारा निदान: हाई-ग्रेड स्क्वामस इंट्राएपिथीलियल लीशन (HSIL)
अगर आपको कॉल्पोस्कोपी द्वारा हाई-ग्रेड स्क्वामस इंट्राएपिथीलियल लीशन (HSIL) का निदान किया गया है, तो इसका क्या मतलब है? [टिप्पणी: HSIL को पहले सर्वाइकल इंट्राएपिथीलियल नियोप्लासिया (CIN) II/III के नाम से जाना जाता था]
- अगर कॉल्पोस्कोपी और/या बायोप्सी कराने वाली महिला में स्क्वैमस इंट्राएपिथीलियल लीशन (SIL) का निदान किया गया है, तो इसका मतलब है कि सर्वाइकल कोशिकाएँ असामान्य हैं और दिखने में बदल गई हैं।
- अगर आपकी कॉल्पोस्कोपी रिपोर्ट HSIL दिखाती है, तो इसका मतलब है कि आपके सर्वाइकल कोशिका में मध्यम से गंभीर बदलाव हुए हैं, और आपको अस्पताल या विशेषज्ञ क्लिनिक में उचित उपचार दिया गया है। इस बीच, आपको अपनी स्थिति को मॉनिटर करने के लिए नियमित और ज़्यादा बार फ़ॉलो-अप सर्वाइकल स्मीयर कराने की ज़रुरत है।
मुझे फ़ॉलो-अप सर्वाइकल स्मियर कब लेना चाहिए?
हांगकांग कॉलेज ऑफ़ ऑब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट्स द्वारा प्रकाशित 'सर्वाइकल कैंसर प्रिवेंशन एंड स्क्रीनिंग के लिए दिशानिर्देश' के अनुसार, कॉल्पोस्कोपी के बाद आपको हर 6 महीनों में दोबारा स्मीयर टेस्ट की ज़रुरत पड़ेगी जब तक कि आप लगातार 3 सामान्य सर्वाइकल स्मीयर नहीं ले लेते। फ़िर, आपको अगले 10 सालों तक वार्षिक सर्वाइकल स्मीयर की ज़रुरत पड़ेगी। अगर सभी सर्वाइकल स्मीयर नॉर्मल हैं, तो आपको आजीवन सर्वाइकल स्क्रीनिंग जारी रखने की ज़रुरत पड़ेगी। #अगर सभी नियमित स्क्रीनिंग के परिणाम नॉर्मल हों और महिला 65 साल की उम्र तक पहुँच गई हो, तो 20 साल के बाद आजीवन नियमित स्क्रीनिंग से बाहर निकलने पर विचार किया जा सकता है।
अगर फ़ॉलो-अप के दौरान आपकी रिपोर्ट असामान्य है, तो शेड्यूल को उसके हिसाब से एडजस्ट किया जाएगा।
किसी भी पूछताछ के लिए, कृपया हमारे मेडिकल और नर्सिंग स्टाफ़ से संपर्क करें।