नवजात पीलिया
नवजात पीलिया शिशुओं में होने वाली सामान्य स्थिति है, जिससे त्वचा और आंखों का सफेद रंग पीला हो जाता है। यह रक्त में बिलिरूबिन नामक एक प्राकृतिक पदार्थ की वृद्धि के कारण होता है।
शिशुओं को पीलिया क्यों होता है?
जन्म के बाद, शिशुओं को भ्रूण की अवस्था में होने के कारण लाल रक्त कोशिकाओं की इतनी आवश्यकता नहीं होती है। ये लाल रक्त कोशिकाएं टूट जाती हैं और बिलिरूबिन रक्त में आ जाता है। नवजात शिशुओं के लिवर अतिरिक्त बिलिरूबिन को संभालने के लिए पर्याप्त विकसित नहीं होता, इस प्रकार उनके रक्त में बिलिरूबिन इकट्ठा हो जाता है।
पीलिया कब दिखेगा और ठीक हो जाएगा?
पीलिया आमतौर पर जीवन के दूसरे या तीसरे दिन दिखाई देता है और बिलिरूबिन को प्रोसेस करने में उनके लिवर को अधिक प्रभावी होने में लगभग दो से तीन सप्ताह लग जाते हैं उसके बाद यह ठीक हो जाएगा।
क्या पीलिया से मेरे शिशु को नुकसान हो सकता है?
अधिकांश स्वस्थ शिशुओं में नवजात पीलिया गंभीर समस्या नहीं होती। हालांकि, बिलिरूबिन का बहुत अधिक स्तर खतरनाक हो सकता है और कुछ शिशुओं के मस्तिष्क को नुकसान हो सकता है।
कुछ शिशुओं में बिलिरूबिन का स्तर अधिक होने का जोखिम ज्यादा होता है जैसे:
- जो शिशु पूरे समय से पहले पैदा होते हैं
- जो अच्छी तरह से दूध नहीं पीते हैं
- जिनमें ग्लूकोज 6 फॉस्फेट डिहाइड्रोजनेज की कमी होती है
- जिनका ब्लड ग्रुप मां से अलग होता है
- जिनको संक्रमण होता है
यदि मेरे शिशु को पीलिया हो जाए तो मैं क्या करूं?
- सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे को निर्जलीकरण से बचाने के लिए पर्याप्त दूध दिया जाए। आप अपने शिशु द्वारा एक दिन में पारित मूत्र और मल की मात्रा से बता सकते हैं।
(विवरण के लिए, कृपया “बोतल से दूध पिलाने के लिए गाइड: क्या मेरे शिशु को पर्याप्त खाना मिल रहा है”देखें।)
- चूंकि बिलिरूबिन का स्तर जीवन के पहले कुछ दिनों में बढ़ सकता है, इसलिए अस्पताल से छुट्टी होने के तुरंत बाद बच्चे को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र या आपके परिवार के चिकित्सक/बाल रोग विशेषज्ञ के पास ले जाएं।
- डॉक्टर बच्चे की हालत की निगरानी करेंगे। यदि आवश्यक हो, तो शिशुओं को उपचार के लिए अस्पताल में भेजा जाएगा।
क्या पीलिया के लिए कोई उपचार की आवश्यकता है?
- अधिकांश पीलिया पीड़ित बच्चों को उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। शिशुओं के लिवर के विकसित होते ही पीलिया अपने आप ठीक हो जाएगा।
- यदि बिलिरूबिन का स्तर बहुत अधिक है या बहुत तेज़ी से बढ़ता है, तो आपके बच्चे को अस्पताल में फोटोथेरेपी की आवश्यकता होगी।
क्या धूप सेंकना पीलिया को कम करने में मदद कर सकता है?
नवजात पीलिया के इलाज के लिए धूप सेंकना सही तरीका नहीं है। पीलिया का उपचार चिकित्सकीय देखरेख में होना चाहिए।
यदि मेरे शिशु को पीलिया है, तो क्या मैं अपने शिशु को स्तनपान कराना जारी रख सकती हूं?
- आप अपने शिशु को स्तनपान कराना जारी रख सकती हैं। सभी नवजात शिशुओं को पीलिया हो सकता है, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि स्तनपान कराया जा रहा है या फॉर्मूला दूध दिया जारहा है।
- बशर्ते आपके शिशु को पर्याप्त मात्रा में स्तनपान करवाया जाए, जैसा कि मूत्र और मल की पर्याप्त मात्रा से दिखाई देता है और साथ-साथ सामान्य रूप से वजन बढ़ने से भी, स्तनपान कराना बंद करने या फॉर्मूला दूध शामिल करने की कोई आवश्यकता नहीं है।~
(विवरण के लिए, कृपया “स्तनपान: आप कैसे जानेंगी कि आपके शिशु को पर्याप्त दूध मिल रहा है?”देखें।)
- स्तनपान करने वाले कुछ शिशुओं का पीलिया थोड़ा अधिक समय तक बना रह सकता है और आमतौर पर दो से तीन महीने के भीतर कम हो जाता है। इसे "ब्रेस्टमिल्क पीलिया" कहा जाता है, जो हल्का होता है और इससे शिशु के स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं होता है। दूध की जगह फॉर्मूला मिल्क देना आवश्यक नहीं है।
मेरे शिशु का पीलिया ठीक नहीं हो रहा, मैं क्या करूं?
- यदि पीलिया दो से तीन सप्ताह से अधिक समय तक रहता है या बच्चे का मल फीका हो जाता है, तो शिशु को शीघ्र चिकित्सकीय परामर्श के लिए या चेकअप के लिए मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में लाएं।
- लिवर या पित्त संबंधी समस्याओं का समाधान करने के लिए आगे की जांच के लिए शिशु को बाल रोग विशेषज्ञों के पास भेजा जा सकता है।
ग्लूकोज 6 फॉस्फेट डिहाइड्रोजनेज (G6PD) की कमी क्या है? मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरे शिशु में G6PD की कमी है?
- G6PD की कमी वंशागत बीमारी होती है।
- जब G6PD की कमी वाले बच्चे फावा बीन्स, कुछ दवाओं या चीनी औषधीय दवाओं, नेफ़थलीन युक्त उत्पादों आदि के संपर्क में आते हैं, तो बड़ी मात्रा में लाल रक्त कोशिकाएं टूट जाती हैं जिसके परिणामस्वरूप गंभीर पीलिया होता है।
- हांगकांग के सार्वजनिक अस्पतालों में पैदा हुए शिशुओं में G6PD की कमी के लिए गर्भनाल रक्त परीक्षण होता है। अगर बच्चे में G6PD की कमी पाई जाती है, तो आमतौर पर अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले, माता-पिता को सूचित किया जाएगा।