निष्क्रिय पोलियो वायरस के लिए टीका (IPV)

(Content revised 01/2020)

पोलियो

पोलियो वायरस के 3 प्रकारों (1,2 और 3) में से एक के कारण से पोलियो होता है । वायरस मौखिक मार्ग के माध्यम से शरीर मे प्रवेश करता है और आखिरकार मे केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है । लक्षणों मे समावेश हैं बुखार, मांसपेशियों में सख्त दर्द, गर्दन और पीठ मे कड़ापन, पक्षाघात, या यहाँ तक कि साँस लेने में कठिनाई और मौत।

निष्क्रिय पोलियो वायरस के लिए टीका(IPV)

  1. टीकाकरण क्यों करवाना चाहिए?

    पोलियो टीकाकरण से पोलियो के खिलाफ प्रभावी ढंग से रक्षा हो सकता हैं । हांगकांग मे, बचपन के नियमित पोलियो टीकाकरण के लिए पोलियो टीका (PV) की सिफारिश की जाती है।

  2. मेरे बच्चे को कब टीकाकरण करवाना चाहिए?

    सबसे अच्छी और स्थायी सुरक्षा के लिए, बच्चों को जीवन के पहले साल में IPV के तीन खुराक मिलनी चाहिए (2, 4 और 6 महीने के आयु के होने पर) । 18 महीने के आयु के हो जाने पर बच्चे को IPV की एक बूस्टर खुराक दी जाएगी। प्राइमरी एक और प्राइमरी छह के छात्रों को दो अन्य बुस्टर दी जाएगी। बच्चे जिन्होने सिफारिश की गई पोलियो वायरस के टीके नही लिए है तो प्रतिरक्षण श्रृंखला को पूरा करने के लिए IPV की पर्याप्त खुराक प्राप्त करना चाहिए।

    IPV को अन्य टीकों के साथ एक ही समय पर दिया जा सकता है ।

  3. निम्नलिखितव्यक्तियों को IPV नहीं लेना चाहिए
    1. IPV की पिछली खुराक या उसके तत्व से गंभीर एलर्जी की प्रतिक्रिया
    2. किसी प्रतिजैविक या बचाववाली वस्तु से गंभीर एलर्जी की प्रतिक्रिया
  4. इसके क्या - क्या दुष्प्रभाव हैं?

    अधिकांश लोगों को IPV लेने के बाद कोई गंभीर प्रतिक्रिया नही होती है । कभी-कभी सुई लगने की जगह के आस स हलका दर्द हो सकता है, लेकिन यह 1-2 दिनों में धीरे-धीरे कम हो जाता है।

यदि आपको कोई पूछताछ करनी है, तो आप कृपया स्वास्थ्य विभाग के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केन्द्र पर संपर्क करे।

इन पुस्तिकाओं के अंग्रेजी और अन्य भाषा संस्करणों के बीच किसी भी अंतर की स्थिति में, अंग्रेजी संस्करण प्रबल होगा।